エピソード

  • Zohran Mamdani क्या बदल सकते हैं USA की Politics और New York अपने Mayor से क्या चाहता है?: पढ़ाकू नितिन, Ep 216
    2025/07/01
    अमेरिका में चुनाव होता है तो उसका असर पूरी दुनिया पर पड़ता है. इस बार राष्ट्रपति चुनाव नहीं, न्यूयॉर्क में मेयर का चुनाव है और डेमोक्रेटिक पार्टी से ज़ोहरान ममदानी का उम्मीदवार बनना लगभग तय है. 2018 में नागरिक बने ममदानी, आज अमेरिका की राजनीति के चर्चा में हैं. अपने कैंपेन, रैप और डेटिंग ऐप से हुई शादी तक की वजह से. वो न्यूयॉर्क जैसे शहर में फ्री सुविधाओं की बात कर रहे हैं. जो कि कैपिटलिज़्म की राजधानी माना जाता है. इस एपिसोड में हमारे साथ हैं प्रो. डॉ. मुक्तदर खान, जो बताएंगे कि ममदानी कैसे उभरे, ट्रंप ने उन्हें "Communist Lunatic" क्यों कहा और मोदी से वो दूरी क्यों बनाए रखना चाहते हैं, सुनिए 'पढ़ाकू नितिन' में.

    Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.
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    1 時間 17 分
  • Shubhanshu Shukla को ISRO ने क्या काम दिया है और NASA क्यों Space Station तोड़ेगा?: पढ़ाकू नितिन, Ep 215
    2025/06/26
    1984 में जब राकेश शर्मा से पूछा गया कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है, तो जवाब था — 'सारे जहां से अच्छा'. वो लम्हा इतिहास बन गया. अब चार दशक बाद, एक और आवाज़ आई है — “Namaskar from space!” ये थे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला. अमेरिका की प्राइवेट कंपनी Axiom Space ने भेजा है. फिर भी ये भारत के लिए बड़ी बात है, क्योंकि आगे है मिशन गगनयान, भारत अब अपने दम पर इंसान को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी में है. तो सवाल ये है: शुभांशु की उड़ान क्या गगनयान की तैयारी का हिस्सा है? ISS का भविष्य क्या है? भारत इस दौड़ में कहां है, और चीन कितना आगे निकल चुका है? क्या भविष्य प्राइवेट स्पेस कंपनियों का होगा? इन सब सवालों के जवाब आज पढ़ाकू नितिन में तलाशेंगे, हमारे साथ हैं वरिष्ठ साइंस जर्नलिस्ट दिनेश सी. शर्मा.

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    57 分
  • Trump का दिखावा, Israel की थकान, Iran का बदला, Russia की लाचारी और India की दूरी: पढ़ाकू नितिन, Ep 214
    2025/06/24
    जी-7 मीटिंग के बीच ट्रंप उठकर चले गए और जाते-जाते बोले – अब सिर्फ़ शांति नहीं, कुछ बड़ा होगा. कुछ घंटे बाद अमेरिका ने ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला कर दिया. टेल अवीव में बैनर लगे – “Mr. President, Finish The Job.” इज़राइल चाहता है आर-पार की लड़ाई, ट्रंप ने दे दिया ‘रेजीम चेंज’ का इशारा.
    अब सवाल ये है:
    ईरान का जवाब क्या होगा?
    क्या अमेरिका वाकई अजेय है?
    और भारत की चुप्पी दुनिया को क्यों चुभ रही है?, सुनिए 'पढ़ाकू नितिन' में प्रो. मोहसिन रज़ा के साथ हुई इस बातचीत को.

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    1 時間 12 分
  • LGBTQ+ Community की History, Transgenders की पहचान और Pride Month के बाद की कोशिशें: पढ़ाकू नितिन, Ep 213
    2025/06/22
    जून 1969 में न्यूयॉर्क के स्टोनवॉल इन में हुई एक पुलिस रेड ने LGBTQ+ आंदोलन को जन्म दिया. एक साल बाद, दुनिया की पहली प्राइड परेड निकली, एक ऐसा मार्च जिसने बताया कि अपने अस्तित्व पर गर्व करना चाहिए. ये आंदोलन अब पूरी दुनिया में फैल चुका है. भारत के छोटे-छोटे शहरों तक और आज हम बात कर रहे हैं उस आवाज़ से, जिसने खुद के लिए नहीं, बल्कि पूरे समुदाय के लिए रास्ता बनाया ट्रांसजेंडर मॉडल और एक्टिविस्ट, रुद्राणी छेत्री के साथ 'पढ़ाकू नितिन' में हुई इस बातचीत में सुनिए.

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    56 分
  • Israel की दादागिरी, Iran की किलाबंदी, America के दांव पेंच और India की दुविधा: पढ़ाकू नितिन, Ep 212
    2025/06/18
    क्या आपने 'पिज़्ज़ा इंडेक्स' सुना है? कहते हैं, जब पेंटागन में देर रात पिज़्ज़ा की डिलिवरी बढ़ जाए तो दुनिया के किसी कोने में जंग शुरू होने वाली होती है. 12 जून को यही हुआ और अगले दिन इज़राइल ने ईरान पर सीधा हमला किया:
    Operation Rising Lion — 200+ जेट्स, 300+ मिसाइलें, न्यूक्लियर साइट्स पर हमला
    ईरान ने भी पलटवार किया — True Promise 3, दर्जनों मिसाइलें, ड्रोन और तेल अवीव में रेड अलर्ट
    अमेरिका ने भी F‑35 और F‑22 जेट्स भेज दिए। यानी अब ये लड़ाई सिर्फ दो देशों की नहीं, एक ग्लोबल टकराव बन चुकी है.
    इज़राइल ये सब मैनेज कैसे कर रहा है?
    ईरान के पास क्या चालें बची हैं?
    और रूस-चीन, भारत—सबकी भूमिका क्या होगी? सुनिए 'पढ़ाकू नितिन' में
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    1 時間 18 分
  • आज़ादी से पहले शुरू हुई अंतरिक्ष की तैयारी गगनयान तक कैसे पहुंची: पढ़ाकू नितिन, Ep 211
    2025/06/12
    चंद्रयान, मंगलयान और आगामी गगनयान जैसे मिशन से इंडिया स्पेस में भले ही सफलता की नई कहानियां लिख रहा है. लेकिन ये सब शुरू कैसे हुआ था, ISRO की नींव कैसे आज़ादी से पहले पड़ गई थी, केरल में देश का पहला रॉकेट लॉन्च कैसे हुआ, Cold War के बीच विक्रम साराभाई ने कैसे भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों को संवारा, होमी जहांगीर भाभा की मौत की सच्चाई क्या है, भारत के पहले सेटेलाइट आर्यभट का नाम कैसे रखा गया, नेहरू ने यूरी गागरिन का भारत में स्वागत कैसे करवाया, ISRO के लॉन्च प्रोग्राम में राजीव गांधी के पहुंचने की कहानी, क्रायोजेनिक इंजन बनाना भारत के लिए बड़ी उपलब्धि कैसे साबित हुई, क्या चांद पर सच में बस्ती बसाई जा सकती है, अंतरिक्ष में जाने के लिए किसी का चयन कैसे होता है, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा और भारत के आगामी स्पेस मिशन पर दिलचस्प चर्चा, सुनिए 'पढ़ाकू नितिन' के इस एपिसोड में सीनियर साइंस जर्नलिस्ट और ऑथर दिनेश सी. शर्मा और नितिन ठाकुर के साथ.

    प्रड्यूसर: कुमार केशव
    साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
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    1 時間 44 分
  • Nepal Anti-Monarchy protest की ज़मीनी हक़ीक़त, China संग Flirt और India से बदलते रिश्ते: पढ़ाकू नितिन, Ep 210
    2025/06/09
    हमारी दादी-नानी की कहानियों में अक्सर राजाओं और रानियों का ज़िक्र आता रहा है. आज आधी से ज़्यादा दुनिया के लिए भी राजशाही हिस्ट्री है, कहानी है. लेकिन ख़बरें बताती हैं कि भारत के पड़ोस में एक देश ऐसा है जहां राजशाही आकांक्षा है, कम से कम एक वर्ग के लिए तो है. नेपाल. जहां मई 2025 ख़त्म होते होते लोग सड़कों पर उतर आए. मांग थी केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को हटाया जाए. राजशाही वापस लाई जाए. नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए. लेकिन इस पर चर्चा क्यों ज़रूरी है? क्योंकि बारिश में नेपाल भीगता है, छींक भारत को आती है. भारत-नेपाल का रिश्ता ही ऐसा नज़र आता है. या कहिए कि आता था. क्योंकि एक एंगल चीन भी है. तो पढ़ाकू नितिन के इस एपिसोड में नेपाल की राजशाही की मांग और उसकी Complexity को खोलेंगे. समझेंगे कि नेपाल दरअसल चाहता क्या है? अपने आप से और दुनिया से? क्या वाकई नेपाल एक हिंदू राष्ट्र बनना चाहता है? यानि इन शोर्ट भारत-नेपाल-चीन के तिकोने रिश्ते की पेचीदगियां. और इस सफ़र में हमारे साथ हैं डॉ. महेंद्र पी. लामा. जेएनयू में इंटरनेशनल रिलेशंस के सीनियर प्रोफेसर, सिक्किम सरकार के चीफ़ इकोनॉमिक एडवाइज़र, NSA बोर्ड के पूर्व सलाहकार सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ सिक्किम के फाउंडिंग वाइस चांसलर और भारत-नेपाल के साझा Eminent Persons Group के अहम सदस्य. इतना ही नहीं—ऐतिहासिक नाथू ला ट्रेड रूट को दोबारा खोलने का श्रेय भी इन्हें ही जाता है. मतलब डॉ. महेंद्र पी. लामा ने नेपाल को नज़दीक से देखा, समझा और जिया है. समझिए नेपाल की ये नई-पुरानी चाह, उसकी जड़ें, उसका भूगोल और उसकी राजनीति पढ़ाकू नितिन के साथ. In our grandmother's stories, we often heard tales of kings and queens. For more than half the world today, monarchy is just that—a story, a thing of the past. But news coming from India’s neighborhood tells a different tale. In Nepal, as May 2025 drew to a close, people took to the streets. Their demands? The removal of the KP Sharma Oli-led coalition government, the restoration of the monarchy, and the declaration of Nepal as a Hindu nation. Why is this discussion important? Because when it rains in Nepal, India catches a cold. That’s how closely tied the two countries have been—or perhaps, were. And now, there's also a Chinese angle. In this episode of Padhaku Nitin, we unpack the demand for monarchy in Nepal and its many complexities. What does Nepal really want—from itself and from the world? Does it truly aspire to become a Hindu nation? In short, we dive deep into the triangular relationship between India, Nepal, and China. Joining us on this journey is Dr. Mahendra P. Lama—senior professor of International Relations at JNU, former Chief Economic Advisor to the Government of Sikkim, ex-advisor to the NSA Board, founding Vice Chancellor of the Central University of Sikkim, and a key member of the India-Nepal Eminent Persons Group. He also played a pivotal role in reopening the historic Nathu La Trade Route. Which means—Dr. Lama has not just studied Nepal, he has lived it, shaped it, and understood its ...
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    1 時間 23 分
  • Air Chief Marshal को क्यों HAL पर भरोसा नहीं और Drone Tech में क्यों पिछड़ रहा India?: पढ़ाकू नितिन, Ep 209
    2025/06/04
    Air Chief Marshal Amar Preet Singh ने दिल्ली के मंच से HAL पर सीधा निशाना साधा और कहा- HAL से नहीं हो पा रहा है. ये सिर्फ टेक्निकल नहीं, एक नीतिगत चेतावनी है. इस एपिसोड में बात होगी, HAL की सुस्ती, अधूरे प्रोजेक्ट्स, भरोसे की गिरती साख और भविष्य के ड्रोन युद्ध की तैयारी पर. हमसे जुड़ रहे हैं वरिष्ठ रक्षा पत्रकार संदीप उन्नीथन। पढ़ाकू नितिन में हमने उनसे पूछा- HAL की धीमी रफ्तार का बोझ क्या सैनिक उठा रहे हैं, भारत ड्रोन रेस में क्यों पिछड़ रहा है और क्या प्राइवेट प्लेयर्स सेना को नई रफ्तार दे सकते हैं? सुनिए, 'पढ़ाकू नितिन' में.

    Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.
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    1 時間 5 分