-
श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 3 | कर्म योग का सम्पूर्ण ज्ञान | 43 श्लोकों का सरल हिंदी में अर्थ
- 2025/02/24
- 再生時間: 57 分
- ポッドキャスト
-
サマリー
あらすじ・解説
जय श्री कृष्णा! 🙏🌸आप सभी का श्रीमद्भगवद गीता के तीसरे अध्याय (कर्म योग) में हार्दिक स्वागत है। इस अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कर्म का महत्व समझाया और यह बताया कि केवल ज्ञान प्राप्त करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि निष्काम कर्म करना भी आवश्यक है।इस वीडियो में हम अध्याय 3 के सभी 43 श्लोकों को विस्तार से समझेंगे और जानेंगे कि भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जीवन और कर्मयोग का सही मार्ग कैसे दिखाया। यह अध्याय हमें सिखाता है कि हम अपने कर्तव्यों का पालन करें, बिना फल की इच्छा के कर्म करें, और अपने कार्यों को ईश्वर को समर्पित करें।🌿 इस वीडियो में आप सीखेंगे:✔️ कर्म योग का महत्व✔️ निष्काम कर्म का रहस्य✔️ गीता के तीसरे अध्याय के सभी 43 श्लोकों का हिंदी अर्थ और व्याख्या✔️ जीवन में सफलता और शांति पाने का मार्ग✨ भगवान श्रीकृष्ण के इस पावन उपदेश को समझने के लिए इस वीडियो को पूरा देखें और अपने जीवन में अपनाएं।🔔 वीडियो अच्छा लगे तो Like करें, Share करें और Channel को Subscribe करें ताकि आपको गीता से जुड़ी और भी ज्ञानवर्धक वीडियो मिलती रहें।#श्रीमद्भगवदगीता #कर्मयोग #भगवदगीता #SanatanDharma #KrishnaUpdesh #BhagavadGitaChapter3 #Spirituality #Bhakti #ShriKrishna #HinduDharm #Motivation #Karma #LordKrishna #जयश्रीकृष्ण #ज्ञान #योग #GitaGyan #NishkamKarma #धर्म #श्लोक #GeetaUpdesh