
धान के धनी चाचा E4: धान के अधिक उत्पादन के लिए उगाए ये प्रमुख उन्नत किस्में
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धान के अधिक उत्पादन के लिए उगाए ये प्रमुख उन्नत किस्में
जनसंख्या के लिहाज से चीन के बाद भारत सबसे बड़ा देश है। इतनी बड़ी आबादी के लिए अन्न की पूर्ति करना किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में किसानों को आज आधुनिक खेती अपनाना होगा। धान भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की प्रमुख खाद्यान्य फसल है। भारत की एक बड़ी आबादी का अन्न धान ही है। देश की अन्न आपूर्ति के लिए जहां किसान विषम परिस्थियों में खेती कर रहे हैं, वहीं कृषि वैज्ञानिक अपनी लगन, अथक प्रयास और शोध के जरिए विभिन्न फसलों, सब्जियों तथा फलों की नई किस्म ईजाद करने में जुटें हैं।
देश में साल 1960-61 में धान का उत्पादन 34.5 मिलियन टन था। वहीं देश के किसानों और वैज्ञानिकों के सामूहिक प्रयास को देखते हुए सरकार ने साल 2021 के लिए धान उत्पादन का लक्ष्य 11.96 करोड़ टन रखा है। बता दें कि धान का अधिक उत्पादन उन्नत किस्मों के चुनाव, आधुनिक कृषि उपकरणों के इस्तेमाल तथा वैज्ञानिक खेती से ही संभव है। वैसे तो धान की पहली उन्नत किस्म जीईबी-24 साल 1921 में किसानों के बीच जारी की गई थी। तब से लेकर आज तक हमारे कृषि वैज्ञानिक धान की एक हजार से अधिक धान की किस्में ईजाद कर चुके हैं। जो कि अलग-अलग राज्यों की जलवायु, भूमि तथा मौसम के अनुकूल है। वहीं आज बासमती की 23 से अधिक उन्नत किस्में मौजूद है। तो आइए जानते हैं धान की अधिक उत्पादन देने वाली प्रमुख उन्नत किस्में-
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