Shayari and Poetry

著者: Avinash Kumar Shahi
  • サマリー

  • यह न पूछना कि अल्फाज़ कहां से लाता हूं ... चुराता हूं दर्द दूसरों का ,कुछ अपना हाल सुनाता हूं……
    Copyright 2023 Avinash Kumar Shahi
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あらすじ・解説

यह न पूछना कि अल्फाज़ कहां से लाता हूं ... चुराता हूं दर्द दूसरों का ,कुछ अपना हाल सुनाता हूं……
Copyright 2023 Avinash Kumar Shahi
エピソード
  • तुम्हारी मेहनत कोई नहीं देखेगा....
    2023/08/03
    1 分
  • टूट चुका हूं, बिखरना अभी बाकी है
    2023/08/01
    1分未満
  • वक्त कहता है, मैं फिर नहीं आऊंगा...
    2023/07/31
    1分未満

Shayari and Poetryに寄せられたリスナーの声

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