-
サマリー
あらすじ・解説
आज मैं आपके समक्ष कवि "सतीश सृजन" की एक कलाकृति प्रस्तुत करने जा रहा हूँ. कविता का शीर्षक है "राम की चेतावनी".
आप सब को यह तो विदित है ही कि माता सीता की हनुमानजी द्वारा खोज हो जाने पर श्रीराम ने सम्पूर्ण वानर सेना के साथ लंका-कूच की तैयारी कर ली थी. परन्तु सेना का समुद्र पार करना असंभव था, इसलिए श्रीराम ने समुद्र तट पर आसन बिछाकर तपस्या आरम्भ की और रास्ता देने के लिए समुद्र की अनुनय-विनय प्रारम्भ की. इसी प्रकार उपासना करते करते 3 दिन और रातें बीत गईं, लेकिन समुद्र ने उन्हें रास्ता नहीं दिया तब श्रीराम समुद्र पर पहली बार कुपित हुए.