-
サマリー
あらすじ・解説
संवाद - कान्हा से द्वारकाधीश तक
आप सब जानते ही हैं कि, कृष्ण के दो चरित्र हैं पहला चरित्र जो प्रेम से जुड़ा वो कान्हा कहलाया और दूसरा, जो युद्ध से जुड़ा वो द्वारकाधीश कहलाया
कहते हैं कि राधा और श्रीकृष्ण का अंतिम मिलन द्वारिका में हुआ था और राधा जी की अंतिम इच्छा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने दिन-रात बांसुरी बजाई। बांसुरी की धुन सुनते-सुनते राधा जी ने अपने शरीर का त्याग कर अपनी आत्मा को श्रीकृष्ण के साथ विलीन कर दिया।
अब जरा कल्पना कीजिये, स्वर्ग में राधा और कृष्ण आमने सामने मिल जाएं तो वह दृश्य कैसा होगा, आनंदित होकर सुनिए