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प्रो. रविन्द्र प्रताप सिंह के बाल काव्य-संग्रह “कई दिनों से चिड़िया रूठी” से काव्य वाचन

प्रो. रविन्द्र प्रताप सिंह के बाल काव्य-संग्रह “कई दिनों से चिड़िया रूठी” से काव्य वाचन

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सुरता साहित्य की धरोहर के रविवारीय काव्य-पाठ में इस बार प्रस्तुत है प्रो. रविन्द्र प्रताप सिंह के बाल काव्य-संग्रह “कई दिनों से चिड़िया रूठी” से चुनिंदा कविताओं का सजीव वाचन।

इस एपिसोड में बच्चों की दुनिया को शब्दों में रचती चिड़िया, गौरैया, बगुले, सारस, गिलहरी, नन्हा कीड़ा और खेतों की हरियाली हमारे सामने जीवंत हो उठती है।
ये कविताएँ बाल मन की कल्पनाशीलता, प्रकृति से जुड़ाव, सहज आनंद और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टि को उजागर करती हैं। सरल भाषा, कोमल बिंब और लयात्मक प्रवाह के माध्यम से यह काव्य-पाठ न केवल बच्चों के लिए आनंददायक है, बल्कि बड़ों को भी उनके भीतर छिपे बचपन से जोड़ता है।

बाल साहित्य के माध्यम से संस्कार, संवेदना और सृजनशीलता को संरक्षित करने का यह एक सुंदर प्रयास है।

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