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サマリー
あらすじ・解説
इस एपिसोड में हम आपको बताएँगे, दिल में प्रभु श्री राम के दर्शन की तीव्र इच्छा लिए, तुलसीदास महाराज किस तरह एक प्रेत के कहने पर, चित्रकूट पहुँच गए और चित्रकूट में ही अपना जीवन व्यतीत करने लगे। और फिर 1 दिन किस तरह प्रभु श्री राम ने उन्हें स्वयं दर्शन दिए, न सिर्फ़ दर्शन दिए बल्कि उनके माथे पर चंदन का तिलक भी लगाया।