『ठंड में मछली पकोड़े वाली | Thand Me Machhali Pakode Wali』のカバーアート

ठंड में मछली पकोड़े वाली | Thand Me Machhali Pakode Wali

ठंड में मछली पकोड़े वाली | Thand Me Machhali Pakode Wali

無料で聴く

ポッドキャストの詳細を見る

このコンテンツについて

दोपहर का समय था, कड़ाके की बारिश हो रही थी। उसी तूफानी बारिश में गोपाल, गांव के चौराहे पर अपना चाय का ठेला लगाए था।

गोपाल (घबराते हुए) बोला, "ये बारिश इतनी तूफानी कैसे हो गई?"

गोपाल, जो एक पैर से अपाहिज था, वह जैसे-तैसे करके अपने ठेले के सामान को समेटने लगता है। पर बारिश इतनी जोरदार थी कि गोपाल के ठेले पर रखा चाय बनाने का सारा सामान बिखर जाता है।

गोपाल (रोते हुए) बोला, "मेरा सामान!"...

まだレビューはありません