Audible会員プラン登録で、12万以上の対象タイトルが聴き放題。

  • Jinnah Bharat Vibhajan Ke Aine Mein [Jinnah in the Mirror of Partition of India]

  • 著者: Jaswant Singh
  • ナレーター: Babla Kochhar
  • 再生時間: 22 時間 47 分

Audible会員プラン 無料体験

会員は、12万以上の対象作品が聴き放題
アプリならオフライン再生可能
プロの声優や俳優の朗読も楽しめる
Audibleでしか聴けない本やポッドキャストも多数
無料体験終了後は月会費1,500円。いつでも退会できます
『Jinnah Bharat Vibhajan Ke Aine Mein [Jinnah in the Mirror of Partition of India]』のカバーアート

Jinnah Bharat Vibhajan Ke Aine Mein [Jinnah in the Mirror of Partition of India]

著者: Jaswant Singh
ナレーター: Babla Kochhar
30日間の無料体験を試す

無料体験終了後は月額¥1,500。いつでも退会できます。

¥4,200 で購入

¥4,200 で購入

下4桁がのクレジットカードで支払う
ボタンを押すと、Audibleの利用規約およびAmazonのプライバシー規約同意したものとみなされます。支払方法および返品等についてはこちら

あらすじ・解説

1947 में भारत का विभाजन बीसवीं सदी की सबसे दुखांत घटना थी, जिसके ज़ख्म अभी तक नहीं भरे। इसके कारण चार पीढियों की मानसिकता आहत हुई। क्यों हुआ यह बंटवारा? कौन इसके लिए उत्तरदायी थे- जिन्ना, कांग्रेस पार्टी अथवा अंग्रेज? इस पुस्तक के लेखक जसवंत सिंह ने इसका उत्तर खोजने की कोशिश की है- संभवत कोई निश्चित उत्तर हो नहीं सकता, फिर भी अपनी ओर से पूरी ईमानदारी से खोज की हे, क्योंकि जिन्ना जो किसी समय हिन्दू मुस्लिम एकता के पैरोकार थे, कैसे भारत में मुसलमानों के एकमात्र प्रवक्ता बने और अंतत: पाकिस्तान के निर्माता और फिर कायदे-आज़म। इस परिवर्तन की प्रक्रिया कैसे हुई? 'मुस्लिम एक अलग राष्ट्र है' यह प्रश्न कब और कैसे उभरा और किस तरह भारत के विभाजन में इसकी परिणति हुई। पाकिस्तान को यह विभाजन कितना भारी पड़ा? बंगलादेश क्यों बना और आज़ पाकिस्तान की स्थिति क्या है? इन सब ज्वलन्त प्रश्नों की पड़ताल इस पुस्तक का विषय है। लेखक का विश्वास है कि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति तभी होगी, जब इस प्रश्न पर गंभीरता से विचार किया जाए कि यह सब क्यों हुआ? अब तक किसी भारतीय या पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ अथवा सांसद ने इस प्रश्न का विश्लेषण करते हुए जिन्ना की जीवनी नहीं लिखी। यह पुस्तक इस दिशा में सापेक्ष और ईमानदाराना प्रयत्न है।

Please note: This audiobook is in Hindi.

©2013 Rajpal and Sons (P)2021 Audible, Inc.

同じ著者・ナレーターの作品

Jinnah Bharat Vibhajan Ke Aine Mein [Jinnah in the Mirror of Partition of India]に寄せられたリスナーの声

カスタマーレビュー:以下のタブを選択することで、他のサイトのレビューをご覧になれます。